'हरियाणा में आजकल कुछ लोग किसी से बात करते हुए उसकी जाति पता करने की कोशिश में लगे रहते हैं क्योंकि जाति ही तय कर रही है कि उनके बीच क्या और कितनी बात होगी.'
हरियाणा के स्थानीय पत्रकार और बीबीसी के सहयोगी सत सिंह धनखड़ ये बताते हुए अपने मोबाइल पर आए कुछ भड़काऊ वॉट्सऐप मैसेज दिखाते हैं जिनका मजमून लोगों को '35 बनाम 1' के नारे की याद दिलाना है. इस नारे का मतलब है कि समाज की सभी 35 बिरादरियाँ जाटों के ख़िलाफ़ खड़ी हो जाएं.
हमें बताया गया कि इसी तरह के भड़काऊ संदेश वॉट्सऐप और सोशल मीडिया पर लोकसभा चुनाव-2019 के दौरान भी शेयर हो रहे थे.
माना जाता है कि 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले कुछ विवादित नेताओं द्वारा राजनीतिक मंचों से इस नारे का इस्तेमाल शुरु हुआ था जो अब हरियाणा में जाति आधारित ध्रुवीकरण करने वाला सबसे मज़बूत हथियार बन गया है.
इस नारे को किसने शुरु किया, ये ज़रूर विवाद का एक विषय हो सकता है, लेकिन मौजूदा समय में निश्चित रूप से इसका राजनीतिक लाभ भारतीय जनता पार्टी को मिलता दिखाई देता है.|